हस्ती चढ़िए ज्ञान की, सहज दुलीचा डार
श्वान रूप संसार है, भूंकन दे झकमार
संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं की ज्ञान रूपी हाथी पर सहज भाव से दुलीचा डालकर उस पर सवारी कीजिए और संसार के दुष्ट पुरुषों को कुत्ते की तरह भोंकने दीजिये, उनकी पवाह मत करिये.
कहते को कहि जान दे, गुरु की सीख तू लेय
साकट जन और स्वान को, फेरि जवाब न देय
संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं कि दुनिया के लोग आलोचना और निंदा करते हैं और उनकी परवाह नहीं करना चाहिऐ. अपने गुरु की शिक्षा लेकर उस पर चलना चाहिऐ और कुछ दुष्ट लोग अगर निंदा करते हैं तो उनके भोंकने पर जवाब नहीं देना चाहिऐ.
टिप्पणियाँ
सत्य वचन॒म….ज्ञानवर्धम!!!!!
kutta bhoonke hazar hathi chale bazar
VERY GOOD
bhartia sanskriti ko banaye rakhne k lie ye sab ka palan karna jaruri nhai
yah sabhi ke liye achchha.
very good
I think this is good for everyone, so we should learn by this quote that how we should behave with anybody
i will try to remember and learn it, seems very useful for practical application
very nice santence