दिल के मचे तूफानों का कौन पता लगा सकता ह-हिन्दी शायरी
मोहब्बत में साथ चलते हुए
सफर हो जाते आसान
नहीं होता पांव में पड़े
छालों के दर्द का भान
पर समय भी होता है बलवान
दिल के मचे तूफानों का
कौन पता लगा सकता है
जो वहां रखी हमदर्द की तस्वीर भी
उड़ा ले जाते हैं
खाली पड़ी जगह पर जवाब नहीं होते
जो सवालों को दिये जायें
वहां रह जाते हैं बस जख्मों के निशान
……………………………
जब तक प्यार नहीं था
उनसे हम अनजान थे
जो किया तो जाना
वह कई दर्द साथ लेकर आये
जो अब हमारी बने पहचान थे
…………………………..
दीपक भारतदीप
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दीपक भारतदीप, on
22/08/2008 at 17:37, under
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mastram. 6 टिप्पणियाँ
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टिप्पणियाँ
जो किया तो जाना
वह कई दर्द साथ लेकर आये
-बहुत खूब!!
मोहब्बत में साथ चलते हुए
सफर हो जाते आसान
नहीं होता पांव में पड़े
छालों के दर्द का भान
पर समय भी होता है बलवान
दिल के मचे तूफानों का
कौन पता लगा सकता है
जो वहां रखी हमदर्द की तस्वीर भी
उड़ा ले जाते हैं
खाली पड़ी जगह पर जवाब नहीं होते
जो सवालों को दिये जायें
वहां रह जाते हैं बस जख्मों के निशान
……………………………
जब तक प्यार नहीं था
उनसे हम अनजान थे
जो किया तो जाना
वह कई दर्द साथ लेकर आये
जो अब हमारी बने पहचान थे
SURESH SHARMA 09001665969 ALWAR
TUM YAD KRO OR HM NA AAE AESI KOE BAT HNI.
DIL ME ARMAN HO OR BYAN NA KR PAO AE KOE RAT NHI..
SURESH SHARMA(09001665969) ALWAR
its very nice .
मोहब्बत में साथ चलते हुए
सफर हो जाते आसान
नहीं होता पांव में पड़े
छालों के दर्द का भान
पर समय भी होता है बलवान
दिल के मचे तूफानों का
कौन पता लगा सकता है
जो वहां रखी हमदर्द की तस्वीर भी
उड़ा ले जाते हैं
खाली पड़ी जगह पर जवाब नहीं होते
जो सवालों को दिये जायें
वहां रह जाते हैं बस जख्मों के निशान
IRAADEIN
JO MUSKILO SE DARTEEIN HAIN WO JALILEIN KHOR HOTEIN HAIN
BADAL DE WAQKT KI TAKDIR WE KHUDDAR HOTEIN HAIN
HAJAARO DUBTEIN HAIN UN KUDDAWO K BAROSEIN
JO KHUD CAPPU CALATEIN HAIN WO AKSAR PAAR HOTEIN HAIN
2# GARIBI
GARIBI HAR KUSHI AINEIN KO CUUR KARTI HAIN
YE WO SAI HAIN JO HAR KISI KO BHIKH MANGANEIN PAR MAJBUR KARTI HAIN
GARIB AADMI KHUD GIR JAATA HAIN APNI NIGAAHO SE
JAB YE KISI K SAAMNE HAATH FAILAANEIN PAR MAJBUR KARTI HAIN.