विकिपीडिया ज्ञान और विज्ञान की एक बहुत बड़ी वेब साईट है. इसमें हिन्दी से संबंधित पोस्टों के संख्या पर अक्सर सवाल उठाया जाता है और कहा जाता है की वहाँ इनकी संख्या बहुत कम है. इसमें कोई दो राय नहीं है और यह सच भी है कि अन्य भाषाओं के मुकाबले बहुत कम है और मैंने इसे देखा है. पर मैंने अन्य भाषाओं की कुछ जानकारी लेने का प्रयास किया था और उसके लिए संबंधित भाषाओं के जानकारों को साथ लिया. अन्य रचनाओं की भाषाओं की सामग्री मुझे वहाँ दिखी वह ज्ञान और विज्ञान की दृष्टि से बहुत अधिक उपयोगी नहीं लगी और हिन्दी में ऐसी ही जानकारी ब्लोगों पर उपलब्ध है.
फिर भी मेरी नजर से कुछ लेख ऐसे हैं जो पठनीय और संग्रहणीय हैं उन्हें अगर विकिपीडिया पर रखा जाये तो बहुत अच्छा है. खासतौर से जो लोग अपने पर्यटन, एतिहासिक जानकारी और ज्ञान और विज्ञान की पुस्तकों से विषय उठाकर उस पर मौलिक विचार व्यक्त करते हैं उन्हें अपनी सामग्री विकिपीडिया पर अवश्य रखना चाहिऐ. मैंने अपने कुछ पोस्ट वहाँ रखीं पर मुझे नहीं लगता कि वह कोई उपयोगी हैं क्योंकि उनमें कोई ज्ञान और विज्ञान से जुडा कुछ भी नहीं था. हमारी पोस्ट भले दस लाइन की हो पर हमें लगता है कि वह आगे के लिए भी उपयोगी है तो उसे विकिपीडिया में रख दें. आज मुझे पता लगा कि उस पर १५ हजार पोस्ट हैं और यह संख्या वाकई बहुत कम है, पर मैं संख्याओं के इस खेल में नहीं पड़ता पर फिर भी जिस तरह विकिपीडिया की जो अभी तक स्थिति है और उसे जिस तरह लोग अपने से संबंधित विषयों के लिए देखते हैं और उस पर हमारे किसी आलेख या निबंध से सहायता मिलती है तो उसमें बुरी बात क्या है? मैंने अपने लेखों में लिखा है कि समस्या यह नहीं है कि ब्लोग के लिए पाठक कम है बल्कि समस्या है यह है कि लोगों कि मानसिकता ही अंतर्जाल पर हिन्दी लिखने और पढ़ने की नहीं है. जब विकिपीडिया पर जाने वाले लोगों को हिन्दी में सामग्री मिलगी तो धीरे-धीरे उनकी हिन्दी की मानसिकता बनेगी जो कि अंतर्जाल पर हिन्दी को दृढ़ता पूर्वक स्थापित करने की अनिवार्य शर्त है.
विकिपीडिया ने अपने ऑफ़लाइन हिन्दी टूल का कूडा किया
विकिपीडिया का पहले हिन्दी का ऑफ़लाइन टूल थोड़ा काम का था, पर जब इ की मात्रा अक्षर से पहले आती थी पर अब पीछे आती है तो समझ में नहीं आता कि हमने लिखा क्या है? हाँ उसका उपयोग तब बहुत उपयोगी होता है जब बाहर कहीं टाईप कर उसे इस पर हिन्दी में किया जाये और फिर इंडिक टूल पर लाकर एडिट किया जाये. इससे पूर्व यह टूल पोस्ट लिखने के भी काम आ सकता था पर अब उसमें दिक्कत आती है. मैं आशा करता हूँ वह इसकी तरफ ध्यान देंगे. ऐसा लगता है कि वहाँ सतत इस पर काम चल रहा है और आशा करना चाहिए कि वह एक पूर्ण ऑफ़लाइन हिन्दी टूल बनाने में सफल होंगे.
टिप्पणियाँ
दीपक भाई,
जिस तरह हिन्दी चिट्ठाकारी ने जोर पकड़ लिया है, उसी तरह हिन्दी विकिपीडिया भी जोर पकड़ेगी।
आपने हिन्दी टूल के जिस समस्या की तरफ ध्यान दिलाया, वह मुझे तो कभी नही दिखी। इसके विपरीत, मेरा सोचना है कि हिन्दी विकिपीडिया में अन्त:निर्मित हिन्दी एडिटर की व्यवस्था करने के पश्चात लेख लिखने या परिवर्तन करने में बहुत सुविधा हो रही है।
विकिपिडिया का सिन्टैक्स थोड़ा भिन्न होने के कारण लोग उससे कतराते हैं। किन्तु मेरा अनुभव है कि सामान्य कामकाज के लिये जितनी जानकारी आवश्यक है, वह केवल दस मिनट के अन्दर ही सीखी जा सकती है। इसके बाद तो बहुत मजा आता है।
अनुनाद सिंह जी
मैं अपने लेख में एक बात नहीं लिख पाया था कि विकिपीडिया का दायरा बहुत व्यापक है और चिट्ठाकारिता अभी भी बहुत सीमित दायरे में है, और जो दिख रहा है वह एग्रीगेटरों की वजह से है जो कभी भी कुछ कुंठित चिट्ठाकारों की सलाह पर इसका कभी भी कूड़ा कर सकते हैं, इसलिए विकिपीडिया में हिन्दी की ज्ञानवर्द्धक का होना जरूरी है.
दीपक भारतदीप